रविवार को आर्य समाज स्थापना नगर में धर्म संस्कृति रक्षा और समाज पर चर्चा सत्संग का आयोजन किया गया। आचार्य सत्य प्रकाश शास्त्री के ब्रह्मत्व में देवयज्ञ से हुआ जिसमें मुख्य यजमान प्रीति और राजेश सेठी रहे। अपर्णा ने आज के विषय धर्म संस्कृति रक्षा दिवस के विषय पर चर्चा करते हुए जीवन में वैदिक संस्कृति की महानता और जीवन में उपयोगिता का महत्व बताया। प्रधान राजेश सेठी ने कहा वैदिक सिद्धांतों के अनुसार धर्म का अर्थ जीवन में वेदानुकुल आचरण और कामना से सत्य, न्याय पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना है। सरस्वती भारत की संस्कृति आध्यात्मिक मूल्यों और आदर्शों के अनुप्राणित होकर जीवन यापन करने का संदेश देती है। मनीष शर्मा, आनन्द वर्धन झा,आशीष सेठी, अजय प्रेमी, धर्मवीर ,करुणासागर आदि मौजूद रहे।
राष्ट्र और समाज को बचाना है तो अपनी संस्कृति को संरक्षित करें
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